राज योग
कुंडली में प्रचलित योगों के नाम
जातक की कुंडली में अनेक योग बन सकते हैं वैसे तो प्रत्येक ग्रह की दशा, स्थिति, गोचर, ग्रहों की युति एक प्रकार से योग का निर्माण करती है लेकिन कुछ योग जो काफी प्रचलित हैं उनमें से प्रमुख योगों के नाम इस प्रकार हैं।
गजकेसरी योग – यह योग चंद्रमा व गुरु से बनता है। जब चंद्रमा और गुरु किसी जातक की कुंडली में केंद्र में हो तो गजकेसरी योग का निर्माण करते हैं। चंद्रमा और शुक्र के केंद्र में होने पर भी कुछ विद्वान गेजकेसरी योग बताते हैं। यह बहुत ही शुभ योग माना जाता है।
बुधादित्य योग – यह योग सूर्य और बुध की युति पर बनता है जो कि सूर्य व बुध के लगभग साथ-साथ रहने से बना ही रहता है। बुधादित्य योग भी एक शुभ योग माना जाता है।
राज योग – यह योग तब बनता है जब बृहस्पति कर्क राशि में हो व कुंडली के भाग्य स्थान में शुक्र व सप्तम में शनि व मंगल विराजमान हों। ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि ऐसा जातक राजाओं की भांति सुखी जीवन व्यतीत करता है।
हंस योग, केदार योग, चक्र योग, एकावली योग, कारिका योग आदि अनेक प्रकार के योगों का निर्माण ग्रहों की स्थिति करती है।
कुंडली में योग या दोष
- अखंड साम्राज्य योग
- अमला योग
- भद्र योग
- धन योग
- गजकेसरी योग
- ग्रहण योग
- गुरु-मंगल योग
- हंस योग
- काहल योग
- कलानिधि योग
- कोटिपति योग
- महाभाग्य योग
- मालव्य योग
- नीचभंग राजयोग
- पंच महापुरुष योग
- रूचक योग
- शश योग
- शुभ कर्तरी योग
- शकट योग
- विपरीत राजयोग
- शुक्र योग
- चंद्र मंगल योग
कुंडली में ग्रहों की कुछ स्थितियां ऐसी होती हैं जिनमें ग्रह योग बना रहे हैं या दोष इसे लेकर विभिन्न विद्वानों की राय एक नहीं है। लेकिन अधिकतर इसी बात पर सहमत होते हैं कि एक योग कुछ विशेष परिस्थितियों में दोष बन जाता है (पाप ग्रहों की दृष्टि पड़ने से) तो उसी प्रकार विशेष ग्रह दशा में अभिशाप भी वरदान साबित हो जाता है। नीच भंग राजयोग उन्हीं में से एक है। केमद्रुम योग की गिनती भी ऐसे ही योगों में होती है जो शुभ और अशुभ दोनों तरह से प्रभावी हो सकता है।
आपके व्यक्तिगत रिपोर्ट के बारे में
कुंडली आधारित व्यक्तिगत रिपोर्ट
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राज योग रिपोर्ट का महत्व
क्या आपकी कुंडली में भी हैं रज्जू, मूसल, नल, वापी, गदा और शकट आदि योग? राज योग रिपोर्ट के माध्यम से जानें कुंडली में बनने वाले विशेष योग की जानकारी और उनका महत्व। जानें कैसे वापी योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति होता है धनवान। जानें राज योग से जुड़े ऐसे और भी कई तथ्य व उनकी व्याख्या।
ग्रह-सितारों के आंकलन द्वारा तैयार
इस रिपोर्ट को तैयार करने से पूर्व हम आपकी कुंडली का विश्लेषण करते हैं और इस आधार पर कुंडली में बनने वाले राज योग की जानकारी प्रदान करते हैं। इस रिपोर्ट में राज योग की जानकारी के साथ-साथ बेहतर परिणाम पाने के लिए किये जाने वाले ज्योतिषीय उपाय भी हमारे द्वारा बताये जाते हैं।
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राज योग रिपोर्ट आप 24 से 72 घंटे के अंदर प्राप्त कर सकते हैं। हमारी हमेशा से यह कोशिश रही है कि हम निर्धारित समय या उससे पहले आप तक यह रिपोर्ट पहुंचाएँ। हमने पूरी प्रतिबद्धता के साथ यह रिपोर्ट सदैव अपने उपयोगकर्ताओं तक निर्धारित समय से पहले पहुंचाई है।
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